Soorma Bhopali Aka Saiyad Istiyak Ahmad Jaffrey


सैयद इश्तियाक अहमद जाफरी को 'सूरमा भोपाली' बनने में लगे थे 20 साल, जाने दिलचस्प किस्सा

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अक्सर बॉलीवुड में आने से पहले अभिनेता अपना नाम बदल देते हैं, जैसे जितेंद्र का असली नाम रवि कपूर, अक्षय कुमार का असली नाम राजीव भाटिया था. ऐसे ही फिल्म इंडस्ट्री में एक और अभिनेता को नया नाम दे दिया गया। सूरमा भोपाली को तो आप सब जानते होंगे, जिनका असली नाम कुछ और ही था। सूरमा भोपाली का असली नाम सैयद इश्तियाक अहमद जाफरी है. लेकिन बॉलीवुड में आने से पहले उन्हें जगदीप नाम दिया गया। लेकिन जगदीप कब सूरमा भोपाली बन गए है, किसी को पता नहीं चला। बॉलीवुड में कई कलाकार ऐसे मौजूद हैं, जिनको हर कोई पहचानता है और कई फिल्मों में वो अपने अभिनय का भी जलवा बिखेर चुके होते हैं। लेकिन बावजूद इसके उनका कोई एक किरदार उनके अभिनय पर इतना भारी पड़ जाता है कि हमेशा वो उस किरदार के ही नाम से पहचाने जाते हैं। 

मशहूर अभिनेता जगदीप का जन्म 29 मार्च, 1939 को दतिया, मध्य प्रदेश में हुआ था। बॉलीवुड में इन्हें शोले फ़िल्म में प्रसिद्ध हुए किरदार की वजह से सूरमा भोपाली भी कहा जाता है। जगदीप जाफरी (Jagdeep Jaffrey) ने साल 1951 में बीआर चोपड़ा की फिल्म 'अफसाना' से फिल्मी करियर की शुरुआत की थी. जगदीप को फिल्म ‘अंदाज अपना-अपना’ में उनके बेहतरीन परफॉर्मेंस के लिए जाना जाता है। 

जगदीप जाफरी (Jagdeep Jaffrey) दुनिया में नहीं रहे 08.07.2020 की रात को उनका निधन हो गया। . 81 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कहा। नए दौर के लोग भले उन्हें कुछ ही किरदारों के लिए जानते होंगे, लेकिन सच्चाई ये है कि अपने दौर में उन्होंने 400 से ज्यादा फिल्मों में काम किया हैं। फिल्म 'शोले' से पहले उन्होंने करीब 25 फिल्मों में काम किया था, लेकिन 'शोले' के उनके में डायलॉग 'मेरा नाम सूरमा भोपाली ऐसे ही नहीं है' से वो लोगों के दिलों में छा गए। मशहूर कॉमेडी एक्टर जगदीप 2012 में फिल्म 'गली गली चोर है' में आखिरी बार दिखे थे। उन्होंने फिल्म शोले के अलावा खूनी पंजा, हम पंक्षी एक डाल के, अंदाज अपना-अपना, दो बीघा जमीन, आर-पार, फूल और कांटे, कुर्बानी, पुराना मंदिर, काली घटा, शहंशाह जैसी फिल्मों में भी काम किया। अब बात करते हैं की उनका नाम सूरमा भोपाली कैसे पड़ा। 

वहीं साल 1988 में में फिल्म 'सूरमा भोपाली' आई। हालांकि सूरमा भोपाली नाम को फिल्म शोले से ही शोहरत मिली। बस यहीं से सैयद इश्तियाक अहमद जाफरी, जगदीप से सूरमा भोपाली बन गए। उनका ये किरदार बड़ा ही दिलचस्प था। साथ ही साथ उनका जगदीप से सूरमा बोपाली बनने का किस्सा भी बेहद दिलचस्प था। जिसके बारे में उन्होंने खुद ही एक इंटरव्यू के दौरान बताया था।

एक इंटरव्यू में जगदीप से पूछा गया कि, 'आप जगदीप हैं, आपको असली नाम से कम ही लोग जानते हैं। आपके जेहन में ये कैसे आया कि भोपाल की भाषा को दुनियाभर में मशहूर कर दें।' इस सवाल के जवाब में जगदीप ने कहा, 'ये बड़ा लंबा और दिलचस्प किस्सा है। सलीम और जावेद की एक फिल्म थी 'सरहदी लुटेरा', इस फिल्म में मैं कॉमेडियन था। मेरे डायलॉग बहुत बड़े थे तो मैं फिल्म के डायरेक्टर सलीम के पास गया और उन्हें बताया कि ये डायलॉग बहुत बड़े हैं। तो उन्होंने कहा कि जावेद बैठा है उससे कह दो'।

जगदीप ने अपनी बात आगे रखते हुए कहा, 'मैं जावेद के पास गया और मैंने जावेद से कहा तो उन्होंने बड़ी ही फुर्ती से डायलॉग को पांच लाइन में समेट दिया। मैंने कहा कमाल है यार, तुम तो बड़े ही अच्छे राइटर हो। इसके बाद हम शाम के समय साथ बैठे, किस्से कहानी और शायरियों का दौर चल रहा था। उसी बीच जावेद ने बीच में एक लहजा बोला "क्या जाने, किधर कहां- कहां से आ जाते हैं।" मैंने पूछा कि अरे ये क्या कहां से लाए हो। तो वो बोले कि भोपाल का लहजा है।' 

जगदीप आगे बताते हैं, 'मैंने कहा भोपाल से यहां कौन है, मैंने तो ये कभी नहीं सुना। इस पर उन्होंने कहा कि ये भोपाल की औरतों का लहजा है। वो इसी तरह बात करती हैं। तो मैंने कहा मुझे भी सिखाओ। इस वाकये के 20 साल बीत जाने के बाद फिल्म 'शोले' शुरू हुई। मुझे लगा मुझे शूटिंग के लिए बुलाएंगे। लेकिन मुझे किसी ने बुलाया ही नहीं। फिर एक दिन रमेश सिप्पी का मेरे पास फोन आया। वो बोले शोले में काम करना है तुम्हें। मैंने कहा उसकी तो शूटिंग भी खत्म हो गई। तब उन्होंने कहा कि नहीं नहीं ये सीन असली है इसकी शूटिंग अभी बाकी है।' 

बस यहीं से शुरू हुआ जगदीप से सूरमा भोपाली बनने का सफर। जगदीप अपने जमाने के बेहतरीन कॉमेडियन रहे हैं। उन्होंने सूरमा भोपाली बन पहचान तो बनाई ही। साथ ही साथ भोपाल शहर की बोली को भी मशहूर बनाया। बता दें कि उनके दोनों बेटे जावेद जाफरी और नावेद जाफरी भी फिल्म इंडस्ट्री में जाना माना नाम हैं। जगदीप को 'लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड' से भी सम्मानित किया जा चुका है। वर्तमान में उनके आखिरी जन्मदिन का वीडियो सन्देश भी वायरल हो रहा है। फिलहाल अभिनेता जगदीप हमारे बीच में नहीं हैं। हम लेखक की लेखनी टीम और अपने दर्शकों की और से श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। 

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