शीबा चड्ढा जी का जन्म वर्ष 1972 में सहारनपुर, उत्तर प्रदेश में एक सिख परिवार में हुआ था। इनका बचपन दिल्ली में गुजरा। शीबा जी को बचपन से ही अभिनय का शौक था। 14 वर्ष की उम्र में इन्होने थिएटर में भाग लेना शुरू कर दिया था। इन्होंने हंस राज कॉलेज से अपनी अंग्रेजी साहित्य की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद ये अभिनय के दुनिया में प्रवेश कर गयी। इनके अभिनय के करियर की शुरुआत हुई रामानन्द सागर जी द्वारा निर्मित श्री कृष्णा धारावाहिक से। शीबा जी ने वसुंधरा के किरदार को बेहद ही खूबसूरती से निभाया था। आज भी लोग उनके इस रोल को याद करते हैं। भले ही उन्होंने कुछ समय के लिए शो में काम किया हो लेकिन उनका यह अभिनय हमेशा के लिए अमर हो गया। वो अभिनय में इतना खो जाती हैं की आप बता नहीं पाएंगे की ये रईस फिल्म में शाहरुख़ की माँ भी हैं और मिर्ज़ापुर webseries में अली ज़फर की माँ वसुधा पंडित भी हैं। इन्होने हर किरदार को अलग तरीके से निभाया और सुर्खियां भी बटोरी।
शीबा जी ने शाहरुख की फिल्म दिल से के जरिए डेब्यू किया था। इसके बाद वे सलमान खान की हम दिल दे चुके सनम, (1999), फिर भी दिल है हिंदुस्तानी, परजानिया (2007), दिल्ली 6 (2009), लक बाय चांस (2009), एक हसीना थी, मर्डर, इंदु सरकार, तलाश, बधाई हो जैसी सुपरहिट फिल्में कर चुकी हैं।
टीवी धारावाहिकों की बात करें तो इन्होने हिप हिप हुर्रे, लव मैरिज, कस्तूरी, ना आना इस देश लाडो, कितनी मोहब्बत है, कहानी सात फेरों की, कुछ तो लोग कहेंगे, हिटलर दीदी, लाखों में एक, पवित्र रिश्ता, हेलो प्रतिभा, बंदिनी और चंद्र नंदिनी जैसी प्रसिद्द धारावाहिकों में काम कर चुकी हैं।
इन्होंने फिल्मों और धारावाहिकों में अभिनय करने के अलावा स्टेज में भी अभिनय किया था। इनमें रजत कपूर का सी फॉर क्लौन (2007), अतुल कुमार की द ब्लू मग (2010), जिसमें रजत कपूर, मनीष भारद्वाज और विनय पाठक हैं। कोंकोना सेन शर्मा और रणवीर शोरे के साथ ये देसमदोना नाम के नाटक में काम किया। ये इन नाटकों में काम करने के अलावा मुंबई में द कंपनी थियेटर नाम की थियेटर ग्रुप भी चला चुकी हैं।
हालांकि शीबा जी को किसी भी प्रोजेक्ट में लीड रोल नहीं मिला। ज्यादातर वे मां के रोल में दिखती हैं। इनके पसंदीदा अभिनेताओं की बात करें तो अमिताभ बच्चन , रेखा , हेमा मालिनी , सुनील ग्रोवर जैसे दिग्गज अभिनेता इनकी पसंद में शामिल हैं।
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