दोस्तों देवताओं के राजा देवराज इंद्र के बारे में आप सभी जानते हैं। अहंकार एवं क्रोध से तमतमाता वो चेहरा जिसमे अहंकार दूर से ही दिखाई देता हो। जब कही भी कभी भी देवताओं के राजा देवराज इंद्र की चर्चा होती है तो सबसे पहला चेहरा जो जेहन में आता है वो है ज्योतिन दवे का। इस वीडियो में आज हम आपको बताने वाले हैं अभिनेता ज्योतिन दवे के बारे में।
अभिनेता ज्योतिन दवे का जन्म 28 जनवरी को गुजरात राज्य के बड़ौदा शहर के ब्राह्मण परिवार में हुआ था। इनका बचपन बड़ोदा में ही बीता। अभिनेत्री झरना दवे इनकी बहन हैं। जो की सुप्रसिद्ध अभिनेत्री हैं जिन्हे आपने श्री कृष्णा धारावाहिक समेत बहुत सारे धारावाहिकों में भी देखा है। अभिनेता ज्योतिन दवे की शिक्षा एक्सपेरिमेंटल स्कूल एवं एम् एस यूनिवर्सिटी ऑफ़ बड़ोदा गुजरात से पूरी हुई। इनका बचपन से ही सपना था की फिल्म लाइन में काम करना है। मगर अपना करियर भी बनाना था। शिक्षा पूरी होते ही इनकी नौकरी बैंक ऑफ़ बड़ोदा में लग गयी। अब किसी की सरकारी नौकरी लगी हो तो अधिकतर व्यक्ति कुछ नया नहीं करना चाहते क्यूंकि यहाँ से अपने साथ साथ परिवार की आय भी सुरक्षित हो जाती है। मगर मगर इनके अंदर तो सपना पल पोस रहा था अभिनेता बनने का। सो ये प्रयाश करने निकल पड़े की कैसे अभिनेता बना जाए। फिल्म निर्माता विजय भट्ट के सबसे छोटे भाई हरसुख जगणेश्वर भट्ट इनके बहनोई थे। ज्योतिन ने बहुत प्रयाश किया की किसी तरह से इनके द्वारा इन्हे फिल्म लाइन में एंट्री मिल जाए। लेकिन वो हर बार ये बोल कर टाल देते की ये देख कितने लोग लाइन में लगे हैं लेकिन ये सब अभिनेता नहीं बनेगे। बहुत ठोकरे खानी पड़ती हैं।
इन्होने थिएटर करने शुरू किये। थिएटर में अच्छा अभिनय देखकर इन्हे गुजराती फिल्म में अभिनय करने का मौका मिला। इनकी पहली गुजराती फिल्म थी खोड़ों ना खुन्नार। उनके बेहतरीन अभिनय को देखते हुए उन्हें बहुत सारी गुजराती फिल्में करने का मौका मिलने लगा और यही से उनके गुजरती फिल्मों का दौर शुरू हो गया। अभिनेत्री अरुणा ईरानी के साथ इनकी बहुत सारी गुजराती फिल्मे हैं। इन फिल्मो की खास बात ये है की अभिनेता ज्योतिन दवे ने हर फिल्म में पुलिस इंस्पेक्टर का किरदार निभाया है। इनका प्रत्येक फिल्म में जगदीश राज नाम रहता था। ये नाम इन्हे अभिनेत्री अरुणा ईरानी ने ही दिया था।
अब बताते हैं की कैसे इन्हे श्री कृष्णा धारावाहिक में देवराज इंद्रा का किरदार मिला। एक अंग्रेजी फिल्म थी अंडायिंग प्रॉमिस जिसमे इन्होने विलन का किरदार निभाया था। इसी फिल्म की शूटिंग का एक सेट लगा था लक्समी स्टूडियो में जहाँ रामानंद सागर जी के धारावाहिक अलिफ़ लैला की शूटिंग चल रही थी। जब फिल्म अंडायिंग प्रॉमिस के क्लाइमेक्स सीन की सूटिंग हो रही थी तो उस समय मोती सागर जी ने अभिनेता ज्योतिन दवे की क्लाइमेक्स सीन की शूटिंग देखि थी। वहीँ इनकी मुलाकात हुई मोती सागर जी से। इनके काम से प्रभावित होकर मोती सागर जी ने इन्हे मौका दिया उस समय के सुप्रसिद्ध धारावाहिक अलिफ़ लैला में। इसके बाद तो इनका काम सबको पसंद आया और ये सागर आर्ट के ज्यादातर धारावाहिकों में नजर आने लगे। इसके बाद इन्हे मौका मिला रामानंद सागर जी के धारावाहिक श्री कृष्णा में। इस धारावाहिक में इन्होने एक नहीं तीन किरदार निभाए। इन्होने राजा शल्य, देवराज इंद्रा और चांडाल के किरदार निभाए। देवराज इंद्रा के रूप में इन्हे काफी सराहना मिली। इस किरदार को लोग आज भी याद करते हैं। देवराज इंद्रा के बारे में सोचते ही सबसे पहला चेहरा इनका ही याद आता है। इसके बाद इन्होने अलादीन जादुई चिराग, अली बाबा चालीस चोर, तिलस्मी होशरुबा, एक था गुल एक थी बुलबुल, तीन मोती, मुक्तानंद स्वामी, आँखे, हातिम, जय गंगा मैया, ब्रह्मा विष्णु महेश, साई बाबा, पृथ्वी राज चौहान, धर्म वीर, कभी यूँ भी तो हो, शनि देव , टिम्बा रुचा, NDTV रामायण, माँ शक्ति, मन में है विश्वास, जय स्वामीनारायण, आहट, प्राण नाथ, लव यू यार, अधर जैसे सुप्रसिद्ध धारावाहिकों में इन्होने जबरदस्त अभिनय किये। उनके अभिनेता बनने में मोती सागर जी का बहुत बड़ा योगदान रहा।
अभिनय की दुनिया से थोड़ा अलग हटें तो अभिनेता ज्योतिन दवे फोटोग्राफी और वीडियो एडिटिंग के भी शौक़ीन हैं। फिलहाल वो अपनी सूटिंग में व्यस्त हैं। हम जल्द ही उनसे लाइव जुड़ने वाले हैं। लाइव मिलने के लिए चैनल को अभी सब्सक्राइब करें ताकि नोटिफिकेशन आप तक आराम से पहुंच सके। इस वीडियो में फिलहाल इतना ही। ये वीडियो आपको कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताएं। अच्छा लगा हो तो लाइक बटन दबाना ना भूलें। मिलेंगे आपसे फिर एक नए वीडियो में तब तक आप चैनल पर उपलब्ध अन्य वीडियो भी देखें।
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