नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम केशव है और आप देख रहे हैं लेखक की लेखनी। दोस्तों किसी भी फिल्म के बैनर में मुख्य अभिनेता और अभिनेत्री को जगह मिलती है लेकिन कई बार सहायक अभिनेता मुख्य अभिनेता से ज्यादा सुर्खियां बटोर लेता है। और वो दर्शकों के दिलो दिमाग पर इस कदर छा जाता है की उसे भूल पाना मुश्किल होता है। इस लिस्ट में बड़े बड़े नाम शामिल हैं। इसी में से एक अभिनेता है ममिक सिंह जिनके बारे में आज हम आपको बताने वाले हैं। इनके पास ऑफर लोकप्रियता पर्सनालिटी सब कुछ थी। पर उनकी एक गलती ने उनके करियर और जिंदगी में उथल पुथल मचा दी। इनकी कहानी पूरी तरह फ़िल्मी है। जानेंगे इनके बारे में और भी बहुत कुछ उस से पहले आपसे एक छोटी सी रिक्वेस्ट है चैनल पर नए हों तो चैनल को सब्सक्राइब जरूर करें।
ममिक सिंह का पूरा नाम हरमीत सिंह ममिक है। इनका जन्म 3 मई 1963 को मुंबई में हुआ था। कॉलेज की पढाई पूरी करते ही ये एक्टिंग और मॉडलिंग में हाथ आजमाने लगे। ममिक सिंह अभिनेता होने के साथ साथ वॉइसओवर आर्टिस्ट भी हैं। साल 1997 में ममिक सिंह ने शादी संध्या ममिक से की थी। पर साल 2008 में दोनों का तलाक हो गया। इस शादी से ममिक और संध्या की एक बेटी भी है। ममिक ने 2018 में निर्देशक रामानंद सागर की पोती मिनाक्षी सागर से सगाई की थी। मिनाक्षी पेशे से एक प्रोडूसर हैं। मिनाक्षी की पहली शादी से एक बेटी है। जिनका नाम साक्षी चोपड़ा है। ममिक सिंह की मॉडलिंग के दौरान उन्हें सबसे बड़ी सफलता तब हाथ लगी जब वर्ष 1992 में उन्हें जो जीता सिकंदर फिल्म के लिए sign किया गया। इस फिल्म में उन्हें आमिर खान के बड़े भाई के किरदार के लिए चुना गया था। फिल्म जो जीता वही सिकंदर बॉक्स ऑफिस पर एक दमदार फिल्म साबित हुई। इस फिल्म के बाद कई बड़े बैनर ममिक के साथ काम करना चाहते थे। पर उनके द्वारा रोल्स ममिक को पसंद नहीं आ रहे थे। एक बड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्म से शुरुआत करने वाले ममिक ने बड़े परदे से ब्रेक लेने का तब तक मन बनाया जब तक उन्हें दमदार किरदार नहीं मिले। उन्होंने छोटे परदे के कई टीवी सीरियल्स में काम किया।
उनके धारावाहिकों की बात करें तो उन्होंने कानून, चैंपियन, जोकर, सदमा, चंद्रकांता , युग , बेताल पच्चीसी वोह दीवार रिश्ते, माल है तो ताल है , आ गले लग जा , लव मैरिज, श--- कोई है, विकराल और गबराल , लय, शकलाका बूम बूम, कुसुम इत्यादि।
फिल्मो की बात करें तो उन्होंने जो जीता वही सिकंदर से फ़िल्मी दुनिया में आगाज किया था। साल 1992 में आयी उनकी दूसरी फिल्म आर या पार आने के बाद उन्होंने फिल्म दिल के झरोके में, कोई किसी से कम नहीं , क्या कहना, मल्लिका, दो लफ़्ज़ों की कहानी, बेलबॉटम जैसी फिल्मों में काम किया है।
वो शुरू से ही अच्छी पटकथा को तवज्जो देते रहे इस कारण से उन्हें ऑफर हुई फिल्मे पसंद नहीं आ रही थी। इसके चलते ममिक ने 5 साल तक बड़े परदे से दूरी बना ली थी। उन्होंने 1997 में आयी फिल्म दिल के झरोके में प्रकाश राय के किरदार को निभाकर बड़े परदे पर दुबारा आगाज किया है। इसके बाद उन्होंने लगातार कई फिल्मो में काम किया। दोस्तों उनकी जिंदगी में सब कुछ सही चल रहा था। लेकिन इसी दौरान उन्हें ड्रग्स की लत लग गयी। जिस के चलते उनके करियर और पर्सनल लाइफ दोनों का ही भारी नुक्सान हो गया था। इस लत ने उन्हें भावनात्मक और शारीरिक रूप से कमजोर कर दिया था। इस कारण ममिक अपने काम और पारिवारिक जीवन में ध्यान नहीं दे पा रहे थे। एक इंटरव्यू में उन्होंने खुद साझा किया था की एक गलत संगती की उन्हें बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है। उनके करीबी हमेशा उनके साथ रहे जिनके चलते उन्होंने नेगेटिविटी से छुटकारा पा लिया था। ममिक सिंह को हाल ही में फिल्म बेलबॉटम में देखा गया था। और आने वाले दिनों में वो मनोज वाजपेयी के साथ एक वेब सीरीज़ में नजर आने वाले हैं। तो ये थी अभिनेता ममिक सिंह के जीवन से जुडी जानकारियां।
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